Lord Krishna Bhajan

Lord Krishna Bhajan  
भगवान श्रीकृष्ण के भजन

Hello नमस्ते दोस्तों मै Mahadev Astrologer MA जैसा की शीर्षक है इससे आपने अनुमान लगा लिया होगा की आज हम किस बारे में बात करने वाले है | आज हम अपने आखिरी पोस्ट Lord Krishna Janmashtami से जुड़े भजन प्रदान करने जा रहे है। अगर हमारी मेहनत अच्छी लगे तो कमेन्ट में जय श्री कृष्णा या राधे राधे जरुर लिखे और हमें फॉलो करना न भूले, धन्यवाद।

Hello, Namaste friends! I am Mahadev Astrologer MA. As the title suggests, you may have already guessed what we are going to talk about today. Today, we are going to share devotional songs (bhajans) related to our last post about Lord Krishna Janmashtami. If you appreciate our effort, please write "Jai Shri Krishna" or "Radhe Radhe" in the comments, and don’t forget to follow us. Thank you!

श्री कृष्ण आरती (Shri Krishna Aarti)

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की।
गले में बैजंती माला,
बजावें मुरली मधुर बाला॥
आरती कुंजबिहारी की...

मुख पर बिंदु विशाल,
नयन जैसे कमल दल लाल।
कर्ण श्रवण कुंडल शोभित,
नासाग्र माणिक्य मोहित॥
आरती कुंजबिहारी की...

कटि पीतांबर शोभित,
नव नील जलधर छबि लोभित।
श्रीवत्स वक्ष कुष्ठी विचित्रा,
बजे अनहद ध्वनि मृदु मंत्रा॥
आरती कुंजबिहारी की...

श्री यशोदा के सुखकारी,
गोपाल काल के रखवारी।
भक्तन को सुखदायी,
दया करो मो पे मुरारी॥
आरती कुंजबिहारी की...

नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की।
हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की॥
आरती कुंजबिहारी की...


अच्युतं केशवम् भजन 

अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं,  
राम नारायणं जानकी वल्लभम॥

कौन कहता है भगवान आते नहीं, 
तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं।  

अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं, 
राम नारायणं जानकी वल्लभम॥

कौन कहता है भगवान खाते नहीं, 
बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं।  

अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं, 
राम नारायणं जानकी वल्लभम॥

कौन कहता है भगवान सोते नहीं, 
माँ यशोदा के जैसे सुलाते नहीं।  

अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं, 
राम नारायणं जानकी वल्लभम॥

कौन कहता है भगवान नाचते नहीं, 
तुम गोपी के जैसे नचाते नहीं।  

अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं, 
राम नारायणं जानकी वल्लभम॥

नाम जपते चलो, काम करते चलो, 
हर समय कृष्ण का ध्यान करते चलो।  

अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं, 
राम नारायणं जानकी वल्लभम॥

याद आएगी उनको कभी ना कभी, 
कृष्ण दर्शन तो देंगे कभी ना कभी।  

अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं, 
राम नारायणं जानकी वल्लभम॥

आनंद उमंग भयो
आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की।  
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

बृज में आनंद भयो, जय यशोदा लाल की।  
हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की॥

जय हो नंदलाल की, जय यशोदा लाल की।  
गोकुल में आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की।  
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

बृज में आनंद भयो, जय यशोदा लाल की।  
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की।  
गोकुल में आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

जय हो नंदलाल की, जय यशोदा लाल की।  
हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की॥

आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की।  
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

बृज में आनंद भयो, जय यशोदा लाल की।  
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की।  
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

कोटि ब्रह्माण्ड के, अधिपति लाल की।  
हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की॥

गौ चरने आये, जय हो पशुपाल की।  
गोकुल में आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

कोटि ब्रह्माण्ड के, अधिपति लाल की।  
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

गौ चरने आये, जय हो पशुपाल की।  
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

पूनम के चाँद जैसी, शोभी है बाल की।  
हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की॥

आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की।  
गोकुल में आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

भक्तों के आनंद्कनद, जय यशोदा लाल की।  
हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की॥

जय हो यशोदा लाल की, जय हो गोपाल की।  
गोकुल में आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

आनंद से बोलो सब, जय हो बृज लाल की।  
हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की॥

जय हो बृज लाल की, पावन प्रतिपाल की।  
गोकुल में आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

कोटि ब्रह्माण्ड के, अधिपति लाल की।  
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

गौ चरने आये, जय हो पशुपाल की।  
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की।  
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥

जय हो नंदलाल की, जय हो यशोदा लाल की।  
हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की॥

बृज में आनंद भयो, जय यशोदा लाल की।  
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की॥
गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो
गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो,
राधा रमण हरी गोविन्द बोलो,
गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो,
राधा रमण हरी गोविन्द बोलो।

ब्रह्मा की जय जय, विष्णु की जय जय,
ओ ज्ञान की देवी सरस्वती की जय जय,
गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो।

रामजी की जय जय, लक्ष्मण जी की जय जय,
भरतजी की जय जय, शत्रुघ्न जी की जय जय,
जनकदुलारी सीता माता की जय जय,
गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो।

गंगा की जय जय, यमुना की जय जय,
त्रिवेणी माता सरस्वती की जय जय,
गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो।

माता की जय जय, पिता की जय जय,
अपने-अपने गुरूदेव की जय जय,
गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो।
ॐ जय जगदीश हरे
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे।  
भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट  
क्षण में दूर करे॥ ॐ जय जगदीश हरे॥

जो ध्यावे फल पावे, दुख विनसे मन का।  
स्वामी दुख विनसे मन का, सुख संपत्ति घर आवे॥  
ॐ जय जगदीश हरे॥

मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं मैं किसकी।  
स्वामी शरण गहूं मैं किसकी, तुम बिन और न दूजा  
आस करूं मैं जिसकी॥ ॐ जय जगदीश हरे॥

तुम पूरण परमात्मा, तुम अंतर्यामी।  
स्वामी तुम अंतर्यामी, पारब्रह्म परमेश्वर  
तुम सबके स्वामी॥ ॐ जय जगदीश हरे॥

तुम करुणा के सागर, तुम पालक मेरे।  
स्वामी तुम पालक मेरे, मैं मूरख खल कामी  
कृपा करो मेरे॥ ॐ जय जगदीश हरे॥

एक बार जो शरण आता, तुम्हारे द्वार पर।  
स्वामी तुम्हारे द्वार पर, ता को ध्यावे प्रभु  
भवसागर से तारे॥ ॐ जय जगदीश हरे॥

जो जन तुमको ध्याते, मन वांछित फल पाते।  
स्वामी मन वांछित फल पाते, सुख-संपत्ति  
घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥ ॐ जय जगदीश हरे॥

आरती पूर्ण कीजै, मन वांछित फल दीजै।  
स्वामी मन वांछित फल दीजै, जनम-जनम के पापों  
का नाश कीजै॥ ॐ जय जगदीश हरे॥
Note: -  इस लेख में हमने श्री कृष्ण भजन और आरती प्रदान की है और इसी लेख का दूसरा संस्करण हम Lord Krishna Mantra के नाम से डाल रखा है, उसमे आप प्रभु के कुछ प्रभावी मंत्र प्राप्त कर सकते है।
In this article, we have provided Shri Krishna bhajans and aarti. A second version of this article has been published under the name Lord Krishna Mantra, where you can find some powerful mantras of the Lord.

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